Menu
blogid : 11587 postid : 82

क्या आप मरना चाहेंगे?- jagran junction forum

सपाटबयानी
सपाटबयानी
  • 182 Posts
  • 458 Comments

हम इस संसार में आये है यह भगवान् की इच्छा थी .कहा जाता है की मानव जीवन बहूत ही दुर्लभ है यह ८४ लाख योनियों के बाद ही मिलता है!इसलिए इसे हमें यूं ही नहीं गवाना चाहीये.हम बहूत ही खुश हैं,हम बहूत ही दुखी है,इसे भगवान् का प्रसाद मानकर चलते हैं1 हम कभी कभी इतना तो परेशान रहते है ,खाने को नहीं होता,और परेशानियों से घिरे रहने के बाद कहते है हे भगवान् हमें मौत ही दे दे , हम जी के क्या करेंगे? पर ऐसा कहने वाला भी क्या मरना चाहता है?,नहीं बिलकुल भी नहीं!ये सब कहने भर की ही बातें हैं ,तो हम क्यों मरना चाहेंगे?
हम बढ़ती आयु में भी भले ही सब सुख देख लिया हों,धन दौलत भी है. किसी चीज की कमी नहीं है ,इन सब का मोह होता है ,वह तो मरना चाहता ही नहीं है उसका मन इन चीजों में अटका रहता है, जिसके पास कुछ भी नहीं है वह भी मरना नहीं चाहता! क्योंकि वह इस खूबसूरत धरती की खूबसूरती को कोई छोड़ना चाहेगा ? भले ही उसे खाने के लाले पड़े हों! सामान्य आदमी जब किसी असाध्य रोग से मर रहा होता है,वह भी कहते सुना गया है की भले ही मेरी सब चीजे बेच दो, पर मुझे बचा लो! क्योंकि वह मरना तो चाहता ही नहीं है.जब आप की आयु बढ़ जाती है तो आप मन ही मन में मौत से डरते ही रहते हैं!यह सच जानकर की एक दिन तो जाना है!यहाँ यह भी साफ़ कर देना उचित होगा जिस व्यक्ति के पास जितनी ज्यादा प्रोपर्टी होती है उसे मन में उतना ही ज्यादा भय सताता है,की मेरा सब माल यहीं रह जाएगा? यह सोच वह परेशान ही रहता है! जब की गरीब के पास धन नहीं रहने से वह उतना परेशान नहीं रहता! ,पर मरना तो वह भी नहीं चाहता है!कभी भी नहीं!
मौत की अकाट्य बात को जान हम स्वर्ग की चाह में कुछ कुछ करके जाना चाहते हैं पर स्वर्ग में जाने के लिए मरना पहली शर्त है ! बिना मरे तो स्वर्ग नहीं मिलेगा! इस बात का विवेचन यह है की स्वर्ग नरक तो है या नहीं यह किसी को भी नहीं मालूम, फिर मरने के बाद क्या होता है ,नरक मिलेगा या स्वर्ग,क्या यह सोच , बेमानी नहीं है?
अंत में हम इस बात पर पहुँचते हैं की यदि आप पूरे जीवन में सुखी रहे हैं ,बदती आयु में कोई बीमारी, अभाव नहीं रहा है, आप छा खा रहे हैं, अछा पहन और पी रहे हैं तो आप स्वर्ग में ही हैं.तब दूसरे स्वर्ग की कामना क्यों? और कैसी? इस स्वर्ग की चाह में आप मरना नहीं चाहते,है न यह सच? यही सच हमें मरने से डराती रहती है , जब की हम जानते और मानते है इसे टाला नहीं जा सकता? यह भी सुकून देने वाली बात है की इसे रोकने के लिए कोई रिश्वत भी काम नहीं करती!यहाँ अमीर और गरीब सब सामान हैं!

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply