आजकल पूरी दुनिया में सबसे विकसित देशो में अमेरीका का नाम सबसे ऊपर आता है इसे सब जानते है!इसका मुख्या कारण यहाँ की जनसंख्या क्षेत्रफल से बहुत ही कम है! इसलिये ये लोग यहाँ पर सुखी है और मजे में रहते है! यहाँ ये लोग अपनी कोई भी चीज बनाते ही नहीं है सब उन बाहरी देशो से आयातित करते है जहा मजदूरी सस्ती है इसलिए यहाँ पर लगभग हर चीज बाहरी मुल्को- चाईना ,पाकिस्तान,भारत, बर्मा, बंगलादेश औए कभी-कभी जर्मनी से भी मंगवाते है! क्योंकि यहाँ अमेरीका में जनसंख्या कम होने के कारण मजदूरी महंगी है! यहा पर बाहरी देशो का सामान सस्ता ही पड़ता है! यहाँ पर सब चीजे मिलती जरूर है पर महंगी फिर भी कोई परवाह इसलिये नहीं करता क्योंकि यहाँ के लोगो की आय अधिक है! हर चीज बिना मिलावट के, हर विभाग में काम आसानी से होते है,यहाँ सब काम अपने आप ही होते है कोई ठगी, फरेब, रिशवत नहीं! हम सब बाहरी देशो के आगे इसकी मिसाल दी जाती है! अब यहाँ पर यह हालत नहीं रहने वाली है ऐसा लगता है! कारण की यहाँ पर इन लोगो की संख्या की कमी के कारण बाहरी देशो से बहुत ही लोग आ गए है और आ रहे है, जिसे यहाँ की सराकार ने अंकुश लगाने का काम शुरू कर ही दिया है! हम बाहरी देशो के लोगो को अमेरीका में गरीबी न होने का अहसास है, पर ऐसा नहीं है , भले ही भारत जैसी न हो, पर है जरूर! और वह दिन दूर नहीं जब यहाँ भी और गरीबी बढकर हालात खराब न हो जाए? अमेरीका में दो तरह के अमेरिकन्स रहते है, एक वे है जिन्हें ‘गोरे’ कहा जाता है और दूसरे वे है जिन्हें ‘काले’ कहा जाता है! इनका भेद हर तरह से परिलक्षित होता है ! यहाँ अक्सर ये ‘काले अमेरिकन्स’ पेट्रोल पम्पस पर आपसे कहते नजर आ जायेंगे की हमारा पेट्रोल ख़त्म हो गया है आप हमारी गाडी में १० या २० डालर्स का पेट्रोल भरवा दे! हमारे पास पैसे ख़त्म हो गए है,जब की यहाँ पर अमेरीका में डेबिट कार्ड्स से ही भुगतान का नियम और अभ्यास है तो फिर पैसे ख़त्म होने का सवाल कैसा? सुनकर ताज्जुब होना लाजिमी होता है ? हो सकता है की इनके ठगने का ढंग हो? आप कार में चल रहे है ( अमेरीका में सब के पास कार है ही ,यहाँ कार का मतलब भारत की तरह कार का होना नहीं है !) और जेब खाली, यह कैसे? पूछने पर पाया की ये लोग भी माँगने के इस तरीके को ही अपनाते है! हमारे यहाँ इस तरह तो भिखारी ही माँगते है! अमेरीका में भिखारी, हमारे तरह से दिखाई देने वाले भिखारी नहीं होते! अब बताईये की क्या अमेरीका में गरीबी नहीं है? मेरे बेटे ने एक बार तो एक काले अमेरीकन को १० डालर्स याने ५००/- रुप्पये का पेट्रोल भरवा दिया था जब मैंने पूछा की क्यों भरवा दिया?, तो जवाब मिला हो सकता है की सही में वह परेशानी में आ गया हो! पर रोज-रोज कहा से भरवा दे सकता है कोई? सो अब सावधान हो कर रहना पड़ता है! लगता है की अब अमेरीका भी आर्थिक तंगी का शिकार बन जाएगा और वह दिन दूर नहीं है!! विकसित होने पर भी वह गरीबी में न जाए, कोई ताज्जुब नहीं? भारत में तो गरीबी दूर नहीं होनी है पर अमेरीका को अब धनी कहना भूल जाना ही पडेगा!
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