आज हमारे समाज में, चाहे संपूर्ण पृथ्वी पर कई लोग है जो मानते है भगवान को, और नहीं भी मानने वाले भी है ! कुछ शकाहारी है तो कई मांसाहारी है,कोई गलत कामो में है तो कोई सही काम ही करते है ,कोई पहले और अगले जन्म को मानता है कोई नही मानता है! कोई पाई-पाई को मोहताज है तो कोई मौज से रह रहा है! कोई गरीब के घर में जन्म ले कर भूखे ही रहता है तो कोई अमीर के घर पैदा होकर मौज मस्ती में रहता है ! क्या है यह माया? समझ से बाहर नहीं लगती? जो लोग पूर्व जन्म को नहीं मानते और उनके पास भी इसका जवाब नहीं है! और जो मानते है की पहले के जन्म के फल के कारण यह जीव आजकल सुखी है तो यह भी है की जब हम मान ले की पूर्व जन्म है ही नहीं तो इस बात का क्या है जवाब उनके पास, जो पूर्व जन्म को और उस जन्म में किये गए कामो की बातको नहीं मानते? क्यों एक बच्चा गरीब और एक अमीर के घर में जन्म लेता है ? इस जन्म लेने या न लेने में में उसकी क्या और कैसी है भूमिका? फिर यह सब क्या अनुतरित ही है? अब मेरी इस समस्या का कोई समाधान बता भी दे तो और कोई चारा भी नहीं होगा सिवाय इसके की हम चुपचाप मान ले! शायद यही तो है सब जिसे अज्ञात शक्ति ,अगम और अगोचर मानने को मजबूर है हम सब लोग!
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